कटाई, बुनाई के खेत-खलिहान कण-कण में स्थिरता का वास। कटाई, बुनाई के खेत-खलिहान कण-कण में स्थिरता का वास।
आपको उसके साथ सामंजस्य बिठाना है। परिवर्तन प्रकृति का नियम है। आपको उसके साथ सामंजस्य बिठाना है। परिवर्तन प्रकृति का नियम है।
परिवर्तन संसार का ,नियम फिर क्यों हो रहे ,बैचेन। परिवर्तन संसार का ,नियम फिर क्यों हो रहे ,बैचेन।
हर कुत्ते के दिन आते हैं ये कैसे तुम भूल चले ! हर कुत्ते के दिन आते हैं ये कैसे तुम भूल चले !
परिवर्तन प्रकृति का शास्वत सत्य है, ऐसा हो ही न ये तो नामुमकिन है। परिवर्तन प्रकृति का शास्वत सत्य है, ऐसा हो ही न ये तो नामुमकिन है।
सानिध्य जो पाता संवर्द्धन हो जाता है सानिध्य जो पाता संवर्द्धन हो जाता है